नमस्कार दोस्तों आज बात करेंगे की What Is Cupping Therapy in Hindi। Cupping Ke Fayde in Hindi और क्या आपको Cupping Therapy करवानी चाहिए या नहीं ऐसे ही बहुत से सवालो के जवाब आज आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे इसीलिए आप इस लेख को पूरा पढ़े और अच्छे से जाने की आखिरकार क्या है कपिंग थेरेपी
दोस्तों आजकल कपिंग थेरेपी काफी प्रचलन में है और यह प्रचलन में तब ज्यादा आ गयी जब लोगो ने Rio Olympics में बहुत से खिलाड़ियों की पीठ पर थेरेपी के निशानों को देखा गया इसमें बहुत से प्लेयर्स जैसे की michael फेल्प्स जो की एक अमेरिकन स्वीम्मर है और यही नहीं ऐसे ही कुप्पिंग के निशान Justin Bieber की पीठ पर भी देखे गए बस उसके बाद लोगो का रुझान बढ़ा और यही से यह कपिंग थेरेपी Trending में आ गयी।
What is Cupping Therapy in Hindi
Cupping एक ऐसी Therapy है जिसमे की आप अपनी बॉडी के स्पेसिफिक एरिया पर कप्स लगते है जिसके की उस एरिया का ब्लड Pressure बढ़ जाता है इससे आपके बॉडी के उस Specific Area जहा पर Cupping की गयी है उस जगह पर जितने भी Muscles ब्रेक हुए है उहने वह Blood Pressure जल्दी ही रिपेयर कर देता है। यह हमारी माशपेशियों में पैदा हुए तनाव या टेंशन को कम करने में मदद करता है।
Types of Cupping Thearpy
कुप्पिंग थैरपी दो तरह की होती है :
- ड्राई कपिंग थेरेपी
- वेट कपिंग थेरेपी
Dry Cupping in Hindi
यह एक Chineese तरीका है और चीन में इसे हज़ारो सालो से इस्तेमाल में लिया जाता है इस तरीका में Cups के अंदर Alcohal या एक जलता हुआ Cotton डालकर हीट दी जाती है और उसे बॉडी के Specific पार्ट पर इसे लगाया जाता है और जैसे ही कप के अंदर की ऑक्सीजन ठंडी होती है वह पर एक वैक्यूम बन जाता है और स्किन कप के अंदर Stretch हो जाती है और यह कप्स 10 से 15 Mins के लिए ऐसे ही छोड़ दिए जाते है और उसके बाद उन्हें निकला जाता है।
इसमें थेरपिस्ट अलग अलग कप्स का उसे करते है जैसे की Bamboo Cups , Glass Cups, Plastic या Silicon Cups। इन सभी कप्स का इस्तेमाल Vaccum बनाने के लिए किया जाता है।
Hijama/Wet Cupping in Hindi
Wet Cupping को Hijama के नाम से भी जाना जाता है। Hijama एक इस्लामिक प्रैक्टिस है जो की हज़ारो सालो से की जा रही है और Islamic Litrature में भी इसके बारे में दिया गया है। इस्लाम में इसे करवाना सुन्नत (Sunnat) माना गया है।
इस्लाम रिलिजन के अलावा कोई भी इसे करवा सकता है और इसका फायदा ले सकता है। यह Dry Cupping से थोड़ा सा अलग होता है। इसके अनुसार ब्लड के सभी दूषित कण स्किन के निचे ब्लड में पाए जाते है और इन्ही को शरीर की बहुत सी प्रोब्लेम्स का कारण भी मन गया है। इसमें शरीर के स्पेसिफिक हिस्से पर कप्स लगाए जाते है और और फिर 2 से 3 मिनट के बाद उन्हें निकल लिया जाता है।
अब उन एरिया पर छोटे छोटे Cuts लगाए जाते है जोकि 0.5mm के होते है। अब दोबारा से उसी जगह पर Cups लगाकर Vaccum बनाया जाता है और कप्स में खून इक्कठा होना स्टार्ट हो जाता है। इसी ब्लड को दूषित ब्लड मन जाता है। इसमें सिर्फ वही खून निकला जाता है जोकि स्किन के निचे होता है नाकि आपकी नसों से।
Hijama Cupping में निकलने वाला ब्लड दूषित ही है इसकी पुष्टि अभी तक Official तरीके से नहीं हो पायी है। लेकिन यह आपको Muscle Relaxation में फायदा जरूर देगा।
Cupping Ke Fayde in Hindi
- किसी Joint या Muscle का Pain कम करने में फायदेमंद है। इससे पुराने से पुराने Pain में आराम मिलता है।
- इससे आपकी बॉडी को Relax मिलता है।
- यदि आपको स्वास संबधित (Respiratory health) कोई प्रॉब्लम है तो यह उसमे भी काफी फायदेमंद है।
- इससे आपकी Skin की हेल्थ बढ़ती है।
- यह Cough & Cold, खांसी और पाचन तंत्र को ठीक करने में भी फायदेमंद है।
- यह बॉडी से Swelling को कम करने में भी फायदेमंद है।
Hijama Side Effects
वैसे अगर बात करे तो हिजामा थेरपी के अभी तक कुछ खास साइड इफेक्ट्स देखने को और सुनने को नहीं मिले है पर कुछ लोगो का मानना है की यदि हिजामा करने वाला व्यक्ति पूर्ण रूप से हिजामा करने में निपुण होना अनिवार्य है क्युकी बॉडी में कुछ ऐसे पॉइंट भी होते है जहा पर Cuts नहीं लगाने चाइये इसीलिए उसका एक एक्सपीरियंस पर्सन होना जरूरी है। बाकि आप बेफिक्र होकर हिजामा थेरेपी करवा सकते है।
Cupping किन लोगो के लिए है और किनके लिए नहीं:
Cupping थेरपी सभी लोग करवा सकते है और यह हर किसी के लिए बिलकुल Safe है क्युकी इसे मेडिसिन का दूसरा सोर्स मन गया है। यदि आपको बाल, स्किन , मसल्स, पांचन क्रिया , जॉइंट इशू , स्ट्रेन , स्प्रेन इत्यादि से सम्बंधित समस्याऐ है तो आप यह कुप्पिंग थेरपी करवा सकते है।
चलिए अब बात करते है की किन लोगो को यह कुप्पिंग थेरपी नहीं करवानी चाहिए।
- जो मधुमेय (Suger) बीमारी से ग्रस्त है।
- प्रेग्नेंट औरते
- जो ब्लड ट्रेनिंग Meditation पर है उन्हें भी यह थेरपी नहीं करवानी चाहिए।
- जिनकी स्किन कुछ ज्यादा ही सेंसिटिव है।
- जिनका ब्लड प्रेशर हाई होता है।
आज अपने क्या सीखा
आज अपने What is Cupping Therapy in Hindi , Types of Cupping Thearpy , Dry Cupping in Hindi, Hijama/Wet Cupping in Hindi, Cupping Ke Fayde in Hindi और साथ ही साथ अपने हिजामा के फायदे और नुकसान के बारे में और हिजामा कौन कौन करवा सकते है इसके बारे में भी जाना। हम आशा करते है की हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से आप लोग संतुस्ट होंगे और यदि आपको इस विषय में कोई भी प्रॉब्लम हो तो हमे आपकी मदद करने में बड़ी ख़ुशी होगी आप अपने सवाल हमे निचे कमेंट बॉक्स में लिख सकते है। धन्यवाद्