
दोस्तों आज हम बात करेंगे की Apne Andar Ka Dar Kaise Nikale और यह डर क्या है जो हमारे जीवन में हमे आगे ही नहीं बढ़ने देता और न ही जीवन को सुखमय ढंग से चलने देता है। बहुत से मेरे दोस्त इस डर से पुरे जीवन निकल ही नहीं पाते और न ही उन्हें इसका कोई उपाय मिलता है। दोस्तों आज हम इसी डर के बारे में विस्तार से जानेगे और आप कैसे इस डर को कैसे खत्म करे यह भी जानेगे। चलिए जानते है की डर क्या है ?
Apne Andar Ka Dar Kaise Nikale और Dar क्या है ?
दोस्तों डर कुछ नहीं यह एक ऐसा दुःख है जो जीवन भर हमारे जीवन को नरक के समान बना कर रखता है और यदि हम सरल भाषा में जाने की डर क्या है तो डर वह होता है जो आपके भविष्य में घटित होने vala है और जिसके बारे में आप कुछ भी नहीं जानते। यही डर की भविष्य में कुछ गलत न हो जाये या ऐसा न हो जाये या वैसे न हो जाये और बस इन्ही सभी डर को सोच सोच कर हम अपनी उस ज़िंदगी को दुःख देते रहते है जो अभी हम जी रहे है।
दोस्तों डर हर मनुष्य के भीतर होता है और यदि कोई व्यक्ति यह बोलता है की उसको कोई भी डर नहीं है तो या तो वह व्यक्ति झूठ बोल रहा है या उसे डर से लड़ने का कोई उपाय मिल गया है। अब अगर डर की बात करे तो डर भी कई प्रकार के होते है जैसे की :
- किसी के चले जाने का डर
- असफल होने का डर
- उचाई का डर
- पानी से डर इत्यादि।
- दोस्तों डर का मतलब डर के अंदर ही छुपा हुआ है जिसका अर्थ है अपेक्षा। चलिए एक उदहारण से जानते है जैसे की कोई बच्चा एग्जाम में अनुतीर्ण होने से क्यों डर रहा है क्युकी उसे यह लगता है की यदि वह एग्जाम में पास नहीं हो पाया तो वह अपने माँ और बाप की अपनेक्षाओ पर खरा नहीं उतरेगा। इसीलिए यह डर सिर्फ इसीलिए आया है क्युकी उसकी तैयारी ठीक से नहीं हो पायी या उसके माँ बाप की अपने बच्चे की अपेक्षा ने उसे डरने पर मज़बूर कर दिया। इसीलिए यदि वह डर को पीछे छोड़ कर अपनी तैयारी कुछ ऐसी करे की उसको कुछ सोचने तक का टाइम न मिले तो शायद कुछ हद तक इस डर को काबू किया जा सकता है।
- जैसे की अगर किसी व्यक्ति को कोई नौकरी नहीं मिल रही और वह अपने आस पास किसी ऐसे मनुष्य को देख लेता है की उस व्यक्ति ने कई वर्षो तक तैयारी की और फिर भी उसकी जॉब नहीं लगी और वह अब बेरोज़गार घूम रहा है तो उसी वक़्त उसको यह डर लगने लग जायेगा की यदि उस व्यक्ति को जॉब नहीं मिली जिसने इतने साल म्हणत की है तो उसको कैसे मिलेगी। उसी वक़्त से डरना शुरू हो जाता है और जो उसमे एक आगे बढ़ने का ज़ज़्बा था उसको यही सोच सोच के खत्म करना स्टार्ट कर देता है इसलिए यदि वह मेहनत करता जाये और आगे बढ़ता रहे और सोचे की जो होगा देखा जायेगा तो शायद वह एक Successful व्यक्ति बन सकता है।
अब आप सब लोग इस चीज़ का इंतज़ार कर रहे होंगे की ज्ञान तो काफी बाँट दिया पर क्या इस प्रॉब्लम को खत्म करने का कुछ उपाय है या नहीं। तो दोस्तों मैं आपको बता दूँ की इस प्रॉब्लम को खत्म किया जा सकता है परन्तु इसके लिए सबसे पहले आपको अपने भीतर बहुत से बदलाव करने जरूरी है क्युकी प्रॉब्लम आपको है तो आपको ही खत्म करनी पड़ेगी।
चलिए जानते है की आप कैसे इस प्रॉब्लम से अपने जीवन को मुक्त कर सकते है और ख़ुशी जीवन व्यतीत कर सकते है।
अपने अंदर के डर को खत्म करने के कुछ उपाय
1. अपनी सोच को Positive रखो
डर जो होता है वह कुछ नहीं बस हमारे दिमाग की एक नेगिटिव विचार होता है और आपको इसी विचार को अपने अंदर आने से रोकना है और यह तभी हो सकता है जब आपकी संगत और माहौल पॉजिटिव होगी क्युकी अपने अक्सर देखा होगा जब भी आप बहार निकलते है या अपनी सोसाइटी में या मोहल्ले में आपको बहुत से ऐसे लोग मिल जायेगे जो सिर्फ नेगिटिव बाते ही करते है ।
बस आपको ऐसे ही किसी भी नेगिटिव विचारो को अपने दिमाग में आने से रोकना है। इन विचारो से पैदा होता है डर और आखिर में न चाहते हुए भी हम नेगिटिव सोचना शुरू कर देते है । आप सिर्फ पॉजिटिव विचार वाले व्यक्तियों के साथ रहे और उनकी बाते सुने ताकि आप पर भी पॉजिटिव ही असर हो।
2. पास्ट की घटनाओ के बारे में सोचना
दोस्तों हमारी ज़िंदगी में पास्ट में कुछ ऐसी घटनाये घाट चुकी होती है जिनको हम भुला नहीं पाते या भूलना नहीं चाहते। और उसके बाद हम डरना शुरू कर देते है। इसीलिए आपको पास्ट की चिंता छोड़ कर अपने आज में जीना होगा और अपने बीते हुए कल को याद करना बंद करना होगा। क्युकी आपका जो कल था उसका परिणाम आपका आज है और जो आपका आज है उसका परिणाम आपका आने वाल्ला पल होगा।
इसीलिए आपको कुछ इस तरह से पूरी शक्ति के साथ जीना है जैसे की आज यह आपका आखरी दिन है। इसीलिए अपने दिमाग को बीते हुए कल में नहीं आज में लगाओ। क्युकी पास्ट आपके कण्ट्रोल में नहीं है फ्यूचर का आपको पता नहीं इसीलिए प्रेजेंट में जीना स्टार्ट करो।
यदि आपको फिर भी पास्ट को सोचकर डर लगता है की जो आपके साथ पास्ट में हुआ था वह आपके फ्यूचर में भी होगा इसके चान्सेस बिलकुल न के बराबर होते है इसीलिए अपने दिमाग को आपको बिलकुल शांत रखना है और ऐसे बीते हुए कल को याद करने से बचना है क्युकी कहते है न की बीता हुआ पल वापिस नहीं आता। इसीलिए आपको अपने आज को अच्छा करना है ताकि आपका फ्यूचर सबसे अच्छा हो।
3. नियमित योग या ध्यान करना
दोस्तों योग एक ऐसी प्रक्रिया है जो किसी औषदि से काम नहीं है इसीलिए आपको अपना दिमाग ज्यादा से ज्यादा योग में लगाना है और जब भी आपको लगे की आपका दिमाग आपके आपै से बाहर हो रहा है तभी आपको अपने दिमाग को शांत करने के लिए योग करना चाहिए। योग आपकी उम्र तो लम्बी करता ही है वह आपके अपडर एक ऐसी ऊर्जा पैदा करता है जो सिर्फ आप योग और ध्यान से ही पा सकते है।
आप देखेंगे की जब आप योग या धयान करना शुरू करेंगे तब आपके दिमाग के नेगिटिव विचार कम होने लगेंगे और पाजिटिविटी अपने दिमाग में उत्पन होना शुरू हो जाएगी। नियमित ध्यान से नेगिटिव विचार आना बेहद मुश्किल है और आपका दिमाग अपने आप ही Tuning कर लेगा।